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राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इन्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड
("मिनी रत्न" केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार)
ग्रामीण भारत का उत्थान, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी समाधान के माध्यम से

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नवीन परियोजना


नवीन परियोजना विभाग निम्नलिखित क्षेत्र में ग्राहकों को अनुकूलित टर्नकी समाधान प्रदान कर रहा है:

1. फेम स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन (ईवीसीएस) इंफ्रास्टक्चर बनाना

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन 2020 के भाग के रूप में, भारी उद्योग विभाग (डीएचआई), भारत सरकार ने (फेम-इंडिया) फास्टर एडॉप्शन एण्ड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ हाइब्रिड इलेक्ट्रिकल व्हीकल्स इन इंडिया नाम से एक योजना बनाई है। योजना का उद्देश्य हाइब्रिड और इलेक्ट्रिकल वाहन (ईवी) एवं चार्जिंग इंफ्रास्टक्चर की प्रौद्योगिकी के विकास के माध्यम से इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देना है।

फेम के तहत, रील ने डीएचआई के आदेश/निर्देशों के अनुसार जयपुर-दिल्ली-चंडीगढ़ में 200 चार्जिंग स्टेशनों की सफलतापूर्वक स्थापना की है। उपरोक्त परियोजना के निष्पादन के आधार पर, रील को भारी उद्योग विभाग द्वारा छह शहरों में 270 ई.वी. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है जैसे, शिमला, आगरा, गोवा, रांची, हैदराबाद, बेंगलुरु और राजमार्ग - गोल्डन ट्रांएगल जयपुर-दिल्ली-आगरा, मुंबई-पुणे एक्सप्रेस हाईवे।

रील का देश के 76 शहरों में ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने का लक्ष्य है।

2. परियोजना प्रबंधन परामर्श

विभाग स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (एसएलएलपी) में ईईएसएल के लिए परियोजना प्रबंधन परामर्शी (पीएमसी) के रूप में काम कर रहा है। इस कार्यक्रम के तहत पारंपरिक स्ट्रीट लाइट को ऊर्जा कुशल एलईडी स्ट्रीट लाइट से बदला जा रहा है।

3. पीयूसीसी नेटवर्किंग

विभाग “प्रदूषण जांच केंद्रों की नेटवर्किंग” की प्रतिष्ठित परियोजना पर काम कर रहा है। पूर्ण ऑनलाइन नेटवर्किंग समाधान में अनुकूलित सॉफ़्टवेयर, हार्डवेयर, प्रमाण-पत्र तैयार करना, सर्वर/क्लाउड सर्वर, एसएमएस भेजना, नोटिस बनाना आदि शामिल हैं।

4. इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली

वेबकास्टिंग (रियल टाइम मॉनिटरिंग) के लिए सीसीटीवी निगरानी कैमरे के माध्यम से क्लाउड पर वीडियो प्रसारित किया जाता है।

रील ने 10 वर्ष पहले इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली के क्षेत्र में प्रवेश किया और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी समाधानों की विविध श्रंखला सफलतापूर्वक विकसित की है। ग्राहक की जरूरत के अनुसार कस्टमाइज्ड सॉल्यूशंस तकनीक, सरल से सरल और सबसे चुनौतीपूर्ण का समाधान रील प्रदान करती है। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी में प्रमुख भाग निम्नलिखित हैं:

अ. लाइव वेबकास्टिंग - रील लाइव वेबकास्टिंग का समाधान प्रदान करती है जिसमें नवीन विशेषताएं हैं जैसे क्लाउड आधारित वीडियो स्ट्रीमिंग और निगरानी, इंटरएक्टिव लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग और बैंडविड्थ एकत्रीकरण आदि। रील ने लाइव वेबकास्टिंग की निम्नलिखित परियोजनाओं को सफलतापूर्वक निष्पादित किया है:

  • "राजस्थान बोर्ड मुख्य परीक्षा (वर्ष 2015-16 से 2018-19) में संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की लाइव वेबकास्टिंग, रीट परीक्षा 2016 और पूरक परीक्षा-2016" में 25000 से अधिक कैमरे लगाए गए"।
  • संसद और विधानसभा चुनाव 2019 में 7000 संवेदनशील मतदान केंद्रों और उपचुनाव, 2018 में 313 संवेदनशील मतदान केंद्रों की लाइव वेबकास्टिंग।

ब. आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली - रील ने विभिन्न संगठनों/ स्थानों पर आईपी आधारित सीसीटीवी निगरानी कैमरे, लगभग 300 की आपूर्ति, स्थापना, टेस्टिंग और कंमीशनिंग की है जैसे अजमेर दरगाह शरीफ, राजस्थान विश्वविद्यालय, महारानी कॉलेज, राजस्थान कॉलेज, जयपुर शहर निगरानी, नाथद्वारा मंदिर और हिंगोनिया गोशाला।

स. एनालॉग आधारित सीसीटीवी निगरानी प्रणाली - रील ने विभिन्न संगठन/ स्थानों पर एनालॉग आधारित सीसीटीवी निगरानी कैमरे लगभग 1100 की सफलतापूर्वक आपूर्ति, स्थापना, टेस्टिंग और कंमीशनिंग की है जैसे, राजस्थान राज्य वेयरहाउस कॉरपोरेशन (आरएसडब्ल्यूसी) के 61 गोदाम, आरसीडीएफ कैटल फील्ड प्लांट, बीएसईआर कार्यालय, एसएमएस अस्पताल, महिला चिकित्सालय और जनाना अस्पताल।


5. बॉयोमेट्रिक्स समय उपस्थिति और एक्सेस कंट्रोल सिस्टम

समय उपस्थिति (चेहरा के पहचान आधार पर) जीपीआरएस आधारित बायोमेट्रिक मशीनों के माध्यम से की जाती है।

विभाग बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस और एक्सेस कंट्रोल सिस्टम में भी काम कर रहा है। राजस्थान और महारानी कॉलेज में बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस सिस्टम स्थापित और संधारित किए गए हैं।

राजस्थान विश्वविद्यालय के लिए :

अगस्त 2015 में, रील को राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से 50 जीपीआरएस आधारित बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस सिस्टम का आदेश मिला। रील ने लगभग 1700 कर्मचारियों के डेटा को पंजीकृत करके और अनुकूलित सॉफ्टवेयर समाधान प्रदान करके सफलतापूर्वक लागू किया है। बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस सिस्टम के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा निम्नलिखित बातें निर्धारित की गई थीं:

  • पारदर्शिता: किसी कर्मचारी के अद्वितीय फिंगरप्रिंट या चेहरे को पढ़ने से यह सुनिश्चित होता है कि वह विश्वविद्यालय में दूसरे कर्मचारी की उपस्थिति दर्ज न कर सके जिससे विश्वविद्यालय में कर्मचारियों के समय चोरी जैसी आम समस्या को रोका जा सकता है।
  • कम पेपरवर्क: सॉफ्टवेयर के माध्यम से अनुकूलित मासिक रिपोर्ट विभागवार तैयार की जाती है, इसलिए एकल व्यक्ति सभी उपस्थिति देख सकता है।
  • वेतन प्रबंधन: कर्मचारी पे रोल सिस्टम को कर्मचारी समय उपस्थिति प्रणाली के साथ जोड़ा जा सकता है।
  • अनुशासन बनाए रखना: शिक्षक नियमित रूप से और समय पर कक्षाएं ले रहे हैं।

नगर निगम, जयपुर कर्मचारियों के लिए :

जयपुर नगर निगम शहर के बुनियादी ढांचे को बनाए रखने और संबंधित प्रशासनिक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए जिम्मेदार है। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए 4500 कर्मचारी (स्थायी और अस्थायी) हैं। यहां वार्ड कार्यालय हैं जहां संबंधित रजिस्टर में श्रमिकों की समय उपस्थिति और रिपोर्ट को नोट किया जाता है। 100 बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस मशीनों को सभी 91 वार्डों में स्थापित करने से उपरोक्त प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ी है। बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस सिस्टम ड्यूटी इन टाइम और ड्यूटी ऑफ टाइम की पारदर्शी रिपोर्टिंग सुनिश्चित कर रहा है।

6. वाहन ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस)

वाहन ट्रैकिंग सिस्टम

रील ट्रक, डम्पर, कार, ट्रेलर, टैंकर, कंटेनर या किसी भी चार पहिया वाहनों से युक्त वाहन बेड़े का प्रबंधन करने के लिए एक अभिनव वेब-सक्षम "ऑन-लाइन वाहन ट्रैकिंग सिस्टम" प्रदान करता है।

रील द्वारा पेश किए गए वाहन ट्रैकिंग सिस्टम में वाहन माउंट यूनिट शामिल है, जो जियोग्राफिकल पोजीशिनिंग सिस्टम (जीपीएस) सेटलाइट से साथ संचार करके अपने स्थिति संबंधी आंकड़ों को निर्धारित करता है और जनरल पैकट रेडियो सेवा (जीपीआरएस) का उपयोग करके / ग्लोबल मोबाइल सिस्टम (जीएसएम) वेब सर्वर्स के लिए संचार नेटवर्क और वास्तविक समय स्टाम्प के साथ डेटा का संचार करता है। वेब सर्वर में संचार सर्वर, डेटाबेस/ जीआईएस मैप सर्वर और बैकअप वेब सर्वर शामिल हैं। अधिकृत उपयोगकर्ता इंटरनेट के माध्यम से इस वेब सर्वर तक पहुंच सकता है, जिसके लिए उपयोगकर्ता साइट पर कंप्यूटर सिस्टम और ब्रॉडबैंड कनेक्शन की एकमात्र आवश्यकता होगी।

वाहन माउंट यूनिट एक माइक्रोप्रोसेसर-नियंत्रित उपकरण है जो वाहन की स्थिति निर्धारित करने के लिए लोंगीट्यूड और लेटीट्यूट के संदर्भ में दिनांक और समय स्टैंप के साथ, ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) की विस्तारित विशेषताओं को नियोजित करता है, जीपीआरएस और जीएसएम प्रौद्योगिकियां स्थित स्थितिगत डेटा को समय-समय पर वेब सर्वर पर भेजती हैं।

जहां भी जीपीआरएस/जीएसएम नेटवर्क कवरेज नहीं है; वाहन माउंट यूनिट के डेटा लॉगर को 200 स्थितिगत ट्रांजेक्शन तक संग्रहीत करने में सक्षम बनाया गया है। भारत के अधिकांश शहर विभिन्न सेवा प्रदाताओं द्वारा जीपीआरएस संचार में अच्छी तरह से शामिल हैं। हालांकि, वाहन माउंट यूनिट जीएसएम संचार के माध्यम से स्थितीय डेटा भी भेज सकती है। यह सुविधा उन क्षेत्रों में वाहनों को तैनात करते समय उपयोगी है जहां जीपीआरएस कवरेज नहीं है। हालाँकि, उपयोग और रोमिंग शुल्क जीएसएम सेवा प्रदाता की प्रभावी योजना के अनुसार लागू होंगे। हालाँकि, उपयोग और रोमिंग शुल्क जीएसएम सेवा प्रदाता की प्रभावी योजना के अनुसार लागू होंगे।

सबसे बुरी स्थिति को कवर करने के लिए, जब जीपीआरएस और जीएसएम नेटवर्क में से कोई भी उपलब्ध नहीं है, तब यूनिट 200 ट्रांजेक्शन तक स्टोर कर सकती है, जिसे संचार नेटवर्क की उपलब्धता पर वेब सर्वर को भेजा जाता है।

उपयोगकर्ता वाहन आवाजाही से संबंधित विभिन्न ग्राफिकल और मौलिक विवरण कंप्यूटर सिस्टम पर ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्टिविटी का उपयोग करते हुए देख सकते हैं। उपरोक्त प्रणालियों की मुख्य विशेषताएं हैं:

  • आंतरिक रूप से सुरक्षित डिजाइन, बिल्ट-इन जीएसएम एंटीना, जीपीआरएस के लिए एसएमएस बैकअप, ऑटो मैसेजिंग मोड, 24x7 आधार पर वाहन की जानकारी, स्थिति सटीकता: +/- 10 मीटर।
  • "ब्लैक बॉक्स" डिज़ाइन - कोई मैनुअल हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है, दूरस्थ से कॉन्फ़िगर करने योग्य, अग्निरोधी केबल, आपातकालीन/ पैनिक के लिए बटन, आईपी 67 आदि।
  • वाहन की स्थिति, स्पीड उल्लंघन, दूरी की यात्रा, मार्ग विचलन, ईन और आउट आदि की अनुकूलित रिपोर्ट भी देखी जा सकती है।
7. ऑटोमैटिक हैंड सैनिटाइजर

ऑटोमैटिक हैंड सैनिटाइजर अस्पर्शी मशीन है, जिसे नवीन परियोजना विभाग द्वारा विकसित किया गया है। इसे सैनिटाइजर से भरा जाता है। वायरस सैनिटाइजर के स्प्रे से नष्ट हो जाता है। यह कीटाणुशोधन मशीन सार्वजनिक स्थान जैसे कार्यालय, स्कूल, कॉलेज, स्मारक, अस्पताल, बस स्टैंड, हवाई अड्डें, रेलवे, कारखानें, होटल और डेयरी संयंत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वच्छता का समाधान है। सैनिटाइजर मशीन के इस्तेमाल से क्रॉस-संदूषण से बचा जा सकता है। यह सैनिटाइजर मशीन प्रयोगशालाओं के लिए सबसे उपयुक्त है। यह मशीन इंफ्रारेड सेंसिंग के सिद्धांत पर काम करती है और सटीक, सरल, किफायती और विश्वसनीय है।

8. अन्य

विभाग ने विभिन्न सरकारी भवन जैसे, जीपीओ जयपुर, आरएसटीबी जयपुर आदि में ऊर्जा कुशल एलईडी स्ट्रीट लाइट और ऊर्जा ऑडिट भी प्रदान की है।

Lights

ईवीसीएस आधारभूत ढांचे का उद्घाटन, जोरबाग, नई दिल्ली में

Lights

राजस्थान विश्वविद्यालय में बायोमेट्रिक टाइम अटेंडेंस सिस्टम

Fjords

रीट परीक्षा की वेबकास्टिंग (ऑनलाइन मॉनिटरिंग)

Lights

पीयूसीसी नेटवर्किंग

Lights

वाहन ट्रैकिंग सिस्टम

Fjords

स्ट्रीट लाइटिंग नेशनल प्रोग्राम (एसएलएनपी) में ईईएसएल के लिए परियोजना प्रबंधन परामर्श (पीएमसी)

साइट मैप | वेबसाइट नीतियां अभिगम्यता विवरण| फीडबैक |
नोडल अधिकारी(वेबसाइट):डॉ. पुरुषोत्तम नारायण शर्मा, महाप्रबंधक (एनपी) फ़ोन:0141-2470363 ईमेल: pn[dot]sharma[at]reil[dot]co[dot]in
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, रील द्वारा विकसित एवं संधारित
यह राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड इण्स्ट्रूमेन्ट्स लिमिटेड की आधिकारिक वेबसाइट है।
साइट अंतिम बार अपडेट की गई 03/03/2023
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